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Sunday, July 21, 2024

सावन 2024: जानें पवित्र महीने की शुरुआत की तारीख और वैश्विक महत्व

Sawan (savan) kab se hai

 

सावन 2024: जानें पवित्र महीने की शुरुआत की तारीख और वैश्विक महत्व

परिचय

सावन, जिसे श्रावण या सवन के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू कैलेंडर के सबसे पवित्र महीनों में से एक है। यह महीना भगवान शिव को समर्पित है और इसमें उपवास, प्रार्थना और विभिन्न धार्मिक गतिविधियों का आयोजन होता है। जैसे ही हम 2024 की ओर बढ़ रहे हैं, दुनिया भर के भक्त सावन की शुरुआत का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस लेख में, हम 2024 में सावन की सटीक शुरुआत की तारीख, इसका महत्व और इस पवित्र महीने से जुड़े विभिन्न रीति-रिवाजों का पता लगाएंगे।

सावन क्या है?

सावन का परिचय

सावन, जिसे श्रावण के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू चंद्र कैलेंडर का पांचवां महीना है। यह आमतौर पर जुलाई और अगस्त के बीच आता है, जो भारत में मानसून के मौसम के साथ मेल खाता है। इस महीने का नाम श्रवण नक्षत्र के नाम पर रखा गया है, जिसे हिंदू धर्म में शुभ माना जाता है। भक्त इस अवधि को भगवान शिव को समर्पित करते हैं और उपवास, प्रार्थना और मंदिरों की यात्रा में संलग्न होते हैं।

सावन का ऐतिहासिक महत्व

सावन का महत्व प्राचीन हिंदू ग्रंथों में वर्णित है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इसी महीने में भगवान शिव ने समुद्र मंथन से निकले विष (हलाहल) को ग्रहण किया था ताकि संसार की रक्षा की जा सके। त्याग और परोपकार के इस कार्य को भक्त सावन के दौरान विभिन्न अनुष्ठानों और उत्सवों के माध्यम से याद करते हैं।

सावन 2024: कब से शुरू हो रहा है?

सावन की शुरुआत की तारीख

2024 में, सावन 25 जुलाई से शुरू होकर 22 अगस्त को समाप्त होगा। यह महीना चार सप्ताहों में विभाजित है, प्रत्येक सप्ताह में भक्ति और पूजा के विभिन्न पहलुओं को समर्पित किया गया है। इस अवधि को अत्यंत शुभ माना जाता है और कई हिंदू उपवास रखते हैं और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए शिव मंदिरों की यात्रा करते हैं।

सावन का वैश्विक पालन

सावन केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया भर के हिंदू समुदायों द्वारा भी मनाया जाता है। संयुक्त राज्य अमेरिका से लेकर यूनाइटेड किंगडम, कनाडा से लेकर ऑस्ट्रेलिया तक, भक्त सावन से जुड़े रीति-रिवाजों और परंपराओं का पालन करते हैं, जिससे यह आस्था और भक्ति का वैश्विक उत्सव बन जाता है।

सावन के दौरान रीति-रिवाज और परंपराएं

सावन में उपवास

सावन का एक महत्वपूर्ण पहलू उपवास है। भक्त विभिन्न प्रकार के उपवास रखते हैं, जैसे कि पूरे दिन का उपवास (उपवास) या आंशिक उपवास (व्रत)। सोमवार, जिसे श्रावण सोमवार कहा जाता है, विशेष रूप से महत्वपूर्ण होते हैं, और कई लोग कड़े उपवास रखते हैं और शिव मंदिरों में जाते हैं।

कावड़ यात्रा

सावन के दौरान की जाने वाली एक लोकप्रिय तीर्थ यात्रा कावड़ यात्रा है। भक्त सजावट से सुसज्जित ढांचे 'कावड़' को मंदिरों तक ले जाते हैं, अक्सर नंगे पांव लंबी दूरी तय करते हैं। यह भक्ति का कार्य उनके भगवान शिव के प्रति आदर और आध्यात्मिक लाभ के लिए कठिनाइयों को सहन करने की तत्परता का प्रतीक है।

रुद्राभिषेक

सावन के दौरान एक विशेष अनुष्ठान रुद्राभिषेक है। इसमें शिवलिंग का जल, दूध, शहद और अन्य पवित्र पदार्थों से स्नान कराया जाता है। इस अनुष्ठान को भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए किया जाता है और इसे भक्तों द्वारा बड़ी श्रद्धा के साथ किया जाता है।

सावन और मानसून का मौसम

सावन का आगमन अक्सर भारत में मानसून के मौसम के साथ होता है, जो गर्मी से बहुत जरूरी राहत लाता है। बारिश को आशीर्वाद के रूप में देखा जाता है, जो पृथ्वी को पोषित करती है और कृषि गतिविधियों का समर्थन करती है। मानसून की उपस्थिति सावन के आध्यात्मिक वातावरण को बढ़ाती है, जिसमें कई अनुष्ठानों में पानी का उपयोग किया जाता है, जो पवित्रता और नवीकरण का प्रतीक है।

सावन के दौरान महिलाओं की भूमिका

सावन के पालन में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कई महिलाएं उपवास रखती हैं और परिवार की भलाई और समृद्धि के लिए प्रार्थना और अनुष्ठानों में भाग लेती हैं। वैवाहिक सुख और पतियों की लंबी उम्र के लिए विशेष प्रार्थनाएं की जाती हैं, जो सावन की परंपराओं में निहित गहरे पारिवारिक और सामाजिक मूल्यों को उजागर करती हैं।

सावन के त्यौहार

नाग पंचमी

सावन के पांचवें दिन मनाया जाने वाला नाग पंचमी सर्पों की पूजा को समर्पित है। भक्त सर्प प्रतिमाओं को दूध और प्रार्थना अर्पित करते हैं, जिससे सुरक्षा और आशीर्वाद की कामना की जाती है। यह त्योहार हिंदू धर्म में सभी प्राणियों के प्रति सम्मान को दर्शाता है।

रक्षा बंधन

सावन के महीने में आने वाला रक्षा बंधन, जिसे राखी भी कहा जाता है, भाई-बहन के बंधन का उत्सव है। बहनें अपने भाइयों की कलाई पर एक सुरक्षात्मक धागा (राखी) बांधती हैं, और इसके बदले में भाई अपनी बहनों की रक्षा और समर्थन करने का वचन देते हैं।

जन्माष्टमी

सावन के दौरान मनाया जाने वाला एक और महत्वपूर्ण त्योहार जन्माष्टमी है, जो भगवान कृष्ण का जन्मदिन है। भक्त उपवास, प्रार्थना और कृष्ण के जीवन के एपिसोड के पुन: अभिनय के साथ इस दिन को मनाते हैं। जन्माष्टमी का उत्सव हिंदू धर्म में भक्ति के आनंदमय पहलू को दर्शाता है।

हर्तालिका तीज

हर्तालिका तीज, जो मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा मनाई जाती है, सावन के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाई जाती है। इस दिन महिलाएं व्रत रखती हैं और देवी पार्वती की पूजा करती हैं, जिससे वैवाहिक सुख और पति की लंबी उम्र की कामना की जाती है। इस त्यौहार में intricate rituals, songs, और dances शामिल होते हैं, जो सावन की सांस्कृतिक समृद्धि को प्रदर्शित करते हैं।

कल्कि जयंती

कल्कि जयंती, जो सावन के छठे दिन मनाई जाती है, भगवान विष्णु के दसवें अवतार कल्कि के भविष्य के आगमन की उम्मीद का स्मरण कराती है। भक्त कल्कि के दिव्य हस्तक्षेप के लिए प्रार्थना करते हैं ताकि दुनिया में शांति और धार्मिकता की पुनर्स्थापना हो सके।

अवनी अवित्तम

अवनी अवित्तम, मुख्य रूप से ब्राह्मण समुदाय द्वारा मनाया जाता है, एक दिन है जब धार्मिक धागा बदलने और प्रायश्चित करने का अनुष्ठान होता है। इस दिन पुरुष अपने पवित्र धागे (यज्ञोपवीत) को बदलकर धार्मिक अध्ययन और कर्तव्यों के प्रति अपनी प्रतिज्ञा को नवीनीकृत करते हैं, जो एक धार्मिक जीवन की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

सावन 2024 के बारे में सामान्य प्रश्न

सावन 2024 कब शुरू होता है?

सावन 2024, 25 जुलाई से शुरू होता है।

श्रावण सोमवार का क्या महत्व है?

श्रावण सोमवार सावन के महीनों में सोमवार को कहा जाता है, जो उपवास और भगवान शिव की पूजा के लिए अत्यंत शुभ माने जाते हैं।

रुद्राभिषेक क्या है?

रुद्राभिषेक एक विशेष अनुष्ठान है जिसमें शिवलिंग का जल, दूध, शहद और अन्य पवित्र पदार्थों से स्नान कराया जाता है। यह भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए किया जाता है।

सावन को वैश्विक स्तर पर कैसे मनाया जाता है?

सावन को विश्वभर में हिंदू समुदायों द्वारा उपवास, प्रार्थना और भगवान शिव को समर्पित अनुष्ठानों के माध्यम से मनाया जाता है, जिनमें से कई परंपराएँ भारत के समान ही होती हैं।

सावन के प्रमुख त्योहार कौन से हैं?

सावन के प्रमुख त्योहारों में नाग पंचमी, रक्षा बंधन, जन्माष्टमी, हर्तालिका तीज, कल्कि जयंती और अवनी अवित्तम शामिल हैं, जिनमें से प्रत्येक की अपनी विशिष्ट परंपराएँ और महत्व हैं।

सावन को शुभ क्यों माना जाता है?

सावन को भगवान शिव से जुड़ी विभिन्न धार्मिक और पौराणिक घटनाओं के कारण शुभ माना जाता है, जो इस महीने में घटित हुईं। यह महीना भक्तों के लिए भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने का महत्वपूर्ण समय होता है।

स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सावन के दौरान अभ्यास

उपवास और इसके स्वास्थ्य लाभ

सावन के दौरान उपवास न केवल एक आध्यात्मिक अभ्यास है, बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। यह शरीर को डिटॉक्स करने, पाचन स्वास्थ्य में सुधार करने और मानसिक स्पष्टता बढ़ाने में मदद करता है। सावन के दौरान पालन की जाने वाली आहार प्रतिबंध, जिनमें फल, दूध और साधारण भोजन शामिल हैं, संतुलित आहार को समर्थन देते हैं और समग्र कल्याण को बढ़ावा देते हैं।

योग और ध्यान

योग और ध्यान सावन के दौरान आध्यात्मिक अभ्यास का अभिन्न अंग हैं। भक्त इन गतिविधियों में संलग्न होते हैं ताकि वे अपने शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को बढ़ा सकें। सावन की शांत और अंतर्मुखी प्रकृति योग और ध्यान अभ्यास को गहरा करने के लिए आदर्श पृष्ठभूमि प्रदान करती है।

आयुर्वेदिक अभ्यास

कई भक्त सावन के दौरान संतुलन और स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए आयुर्वेदिक अभ्यास अपनाते हैं। इसमें प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का उपयोग, ऑयल पुलिंग का अभ्यास और सात्त्विक (शुद्ध) आहार का पालन शामिल है। ये अभ्यास सावन के समग्र दृष्टिकोण के साथ मेल खाते हैं, जो शरीर, मन और आत्मा का पोषण करने पर ध्यान केंद्रित करता है।

सावन का सांस्कृतिक महत्व

कला और संगीत

सावन कला और संगीत के माध्यम से सांस्कृतिक अभिव्यक्ति का समय भी है। भक्तिपूर्ण गीत, जिन्हें भजन कहा जाता है, भगवान शिव की प्रशंसा में गाए जाते हैं, जिससे भक्ति और श्रद्धा का वातावरण बनता है। पारंपरिक कला रूप, जिनमें रंगोली और हिंदू पौराणिक कथाओं के दृश्य दर्शाने वाली पेंटिंग्स शामिल हैं, इस महीने के दौरान भी लोकप्रिय हैं।

साहित्यिक योगदान

कई कवियों और लेखकों ने सावन से प्रेरणा ली है, जो कार्य इस महीने की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक सार को प्रतिबिंबित करते हैं। शास्त्रीय साहित्य में अक्सर मानसून और सावन का उल्लेख होता है, जो नवजागरण और दिव्य अनुग्रह का प्रतीक होता है।

सामुदायिक गतिविधियाँ

सामुदायिक गतिविधियाँ, जिनमें मंदिरों की यात्रा, समूह प्रार्थना और धार्मिक जुलूस शामिल हैं, सावन के दौरान आम हैं। ये गतिविधियाँ समुदाय की भावना और साझा भक्ति को बढ़ावा देती हैं, सामाजिक संबंधों और सामूहिक आध्यात्मिक अभ्यास को मजबूत करती हैं।

सावन के दौरान पर्यावरण जागरूकता

संरक्षण प्रयास

सावन के दौरान मानसून का मौसम पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान आकर्षित करता है। कई भक्त वृक्षारोपण गतिविधियों और अन्य संरक्षण प्रयासों में भाग लेते हैं, जो प्रकृति के साथ सामंजस्य में रहने के हिंदू सिद्धांत को दर्शाते हैं।

जल संरक्षण

सावन के अनुष्ठानों में जल का महत्व ध्यान में रखते हुए, जल संरक्षण की जागरूकता बढ़ जाती है। भक्तों को जल का समझदारी से उपयोग करने और जल संसाधनों की रक्षा और संरक्षण के प्रयासों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

पर्यावरण अनुकूल उत्सव

कई समुदाय सावन के दौरान पर्यावरण अनुकूल प्रथाओं को अपना रहे हैं, जैसे अनुष्ठानों और सजावट के लिए बायोडिग्रेडेबल सामग्री का उपयोग, प्लास्टिक के उपयोग को कम करना और सतत जीवन को बढ़ावा देना। ये प्रथाएँ सृष्टि के प्रति सम्मान की आध्यात्मिक शिक्षाओं के साथ मेल खाती हैं।

निष्कर्ष

सावन 2024 दुनिया भर के हिंदुओं के लिए गहरे आध्यात्मिक महत्व का समय है। 25 जुलाई से शुरू होने वाला यह महीना भक्तों को अपनी आस्था को नवीनीकृत करने, आशीर्वाद प्राप्त करने और भगवान शिव को समर्पित विभिन्न अनुष्ठानों में संलग्न होने का अवसर प्रदान करता है। चाहे उपवास के माध्यम से हो, तीर्थयात्राओं के माध्यम से हो, या त्योहारों का उत्सव हो, सावन भक्ति और हिंदू धर्म की अनंत परंपराओं का सार दर्शाता है। जैसे ही हम इस पवित्र महीने के लिए तैयारी करते हैं, आइए इसके आध्यात्मिक महत्व को अपनाएं और विश्वास और श्रद्धा के साथ इसे मनाएं।

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Tuesday, February 1, 2022

Method to make miracle hair mask for dark thick long dandruff free hair

Hello everyone, Today I bring you the recipe of a miraculous hair mask which will be useful for your hair. By the way, this recipe is centuries old, this recipe is coming from the time of our grandmothers, I am sharing the recipes used for centuries for beautiful and healthy hair.

You must have heard about Reetha Amla Shikakai, these three herbs are no less than a boon for our hair, all of them will be easily available in any grocery store near you.

Ingredients for making hair mask:-

  1. Reetha - 4 pieces (seeded)
  2. Amla - 12-13 buds
  3. Shikakai - 4-6 pieces
  4. Water - 250 ml
  5. Fenugreek seeds - 1 tsp
  6. Coconut oil or olive oil - 2 tsp
  7. Jaswant ka Phool 1 or powder - 1 tsp
  8. Black spleen - 1 tsp
  9. Kalonji - 1 tsp
  10. Iron pot (for soaking ingredients overnight)
You need to follow the given steps to prepare the hair mask.
  1. Soak all the ingredients (except oil) in an iron vessel overnight for 7 to 8 hours.
  2. First of all, boil all the ingredients in the morning for 15 minutes, after that after cooling down, grind them in a mixer, take care not to add reetha and shikakai seeds.
  3. Now this paste has to be sieved with the help of sieve, now oil has to be mixed in this paste. Your hair mask is ready.
    (Note - Keep in mind that your hair should be clean and not oily.)
  4. Now apply this paste from the root to the tip of your hair with the help of a brush or fingers, you can also use hand gloves.
  5. Leave the hair mask on the hair for at least 1 hour, then wash the hair thoroughly with lukewarm water. Let the hair dry.
(Note - If you face any kind of allergy problem after using this hair mask, then stop using it immediately.)
If you use this herbal hair mask continuously for at least 2 months, you will be able to experience its positive effect on your hair directly. You can use this hair mask twice a week. In the meantime, it would be better not to use harmful shampoos and hair colors. With the use of this hair mask, all types of hair related problems like dandruff, graying of hair, hair fall, thinning of hair, dryness of hair, loss of shine etc. will definitely be solved. Thanks for taking your time to read my blog. I hope that you will definitely try this hair mask and take advantage of this priceless treasure from nature.
                                              If you have any query related to hair mask or any problem related to your hair, then you can do it in the comment box and you will definitely tell by writing in the comment box how you liked this hair mask. If you face any kind of allergy problem after using this hair mask, then stop using it immediately. 

For getting the ingredients - Click here

काले घने लंबे डैन्ड्रफ रहित बालों के लिए चमत्कारी हर्बल हेयर मास्क

 हेलो एवरीवन! आज मैं आपके लिए एक चमत्कारी  हेयर मास्क की रेसिपी लेकर आई हूं जो आपके बालों के लिए उपयोगी होगा। वैसे तो यह रेसिपी सदियों पुरानी है यह रेसिपी हमारी दादी नानी के जमाने से चली आ रही हैं सुंदर और स्वस्थ बालों के लिए सदियों से इस्तेमाल की जाने वाली रेसिपी शेयर कर रही हूं। 

आपने रीठा आंवला शिकाकाई के बारे में सुना ही होगा यह तीनों जड़ी बूटियां हमारे बालों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है यह सभी आपको पास कि किसी भी किराना दुकान में आसानी से  मिल जाएंगी।हेयर मास्क बनाने के लिए इनग्रेडिएंट्स (सामाग्री)


  1. रीठा - 4 पीस (बीज निकले हुए)
  2. आंवला - 12-13 कली 
  3. शिकाकाई - 4-6 पीस 
  4. पानी - 250 ml 
  5. मेथी दाना - 1 टीस्पून 
  6. नारियल तेल या जैतून का तेल - 2 टीस्पून  
  7. जसवंत का फूल 1 या पाउडर - 1 टीस्पून 
  8. काली तिल्ली - 1 टीस्पून 
  9. कलोंजी - 1 टीस्पून 
  10. लोहे का बर्तन (सामग्री को रात भर भिगोने के लिए)

 हेयर मास्क तैयार करने के लिए आपको दिए गए स्टेप्स को फॉलो करने की आवश्यकता है

  1. सारी सामग्री को (तेल छोड़ कर) रात में 7 से 8 घंटे के लिए लोहे के बर्तन में भिगो दें। 
  2. सबसे पहले सुबह सारी सामग्री को 15 मिनट तक उबालना है उसके बाद ठंडा हो जाने पर मिक्सर में पीसना है ध्यान रखिए रीठा और शिकाकाई के बीज  नहीं डालने हैं। 
  3. अब इस पेस्ट को चलनी  की सहायता से छानना है, अब इस पेस्ट मे तेल मिक्स करना है।  आपका हेयर मास्क तैयार है। 
    (नोट - ध्यान रखिए आपके बाल साफ होने चाहिए और तेल ना लगा हो।)
  4. अब इस पेस्ट को ब्रश या उंगलियों की सहायता से अपने बालों की जड़ से सिरे की ओर लगाएं आप हैंड ग्लव्स का इस्तेमाल भी कर सकते  हैं। 
  5. हेयर मास्क को कम से कम 1 घंटे बालों में लगा रहने दें फिर गुनगुने पानी से बालों को अच्छी तरह धो लें।  बालों को सूखने दें।
(नोट - यदि आपको इस हेयर मास्क के इस्तेमाल के बाद किसी भी तरह की एलर्जी की समस्या आती है तो इसका प्रयोग तुरंत बंद कर दें।)
इस हर्बल हेयर मास्क का इस्तेमाल कम से कम 2 महीनों तक लगातार करने पर आपके बालों पर इसका सकारात्मक प्रभाव प्रत्यक्ष रूप से अनुभव कर सकेंगे। आप यह हेयर मास्क हफ्ते में दो बार इस्तेमाल कर सकते हैं। इस बीच हानिकारक शैंपू और हेयर कलर का इस्तेमाल ना करना बेहतर होगा। इस हेयर मास्क के इस्तेमाल से बालों से संबंधित हर तरह की समस्या जैसे डेंड्रफ, बालों का सफेद होना, बालों का झड़ना, बालों का पतला होना, बालों का ड्राइ होना, बालों की चमक खत्म हो जाना आदि का समाधान निश्चित रूप से हो जाएगा। अपना समय देकर मेरा ब्लॉग  पढ़ने के लिए धन्यवाद। मैं आशा करती हूं कि आप इस हेयर मास्क को जरूर ट्राई करेंगे और प्रकृति से मिले हुए इस अनमोल खजाने का लाभ उठाएंगे। 
                                                      यदि आपको हेयर मास्क से संबंधित या फिर अपने बालों से संबंधित किसी भी समस्या के संबंध में कोई भी प्रश्न करना हो तो आप कमेंट बॉक्स में कर सकते हैं और आपको यह हेयर मास्क कैसा लगा यह आप कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताइएगा। यदि आपको इस हेयर मास्क के इस्तेमाल के बाद किसी भी तरह की एलर्जी की समस्या आती है तो इसका प्रयोग तुरंत बंद कर दें।
सामाग्री खरीदने के लिए - Click Here
अंग्रेजी मे पढ़ने के लिए - Read  in  English 

Saturday, January 8, 2022

Acne, Acne Scars Natural Treatment and Skin Lightning treatment

There are thousands of products available in the cosmetic market for skin-related problems like acne, pimples, and their scars. If you are facing these problems, this blog is for you.

these are the materials required to make an amazing face mask:-


  1. One Table Spoon of Fenugreek Seeds (Methi Dana).
  2. 3 Table Spoons of Water.
  3. 1 Bowl of any material.
Steps to make the face mask:-

  1. First, Wash the Fenugreek Seeds with water. then Soak it overnight.
  2. The next Morning, Grind it and make a thick paste.
  3. Apply this paste on your face and neck.
    (Note - Please Check by using the paste first in a small amount in your hand to check if you are allergic from it, If you are, then it is advised not to use it.)
  4. Let it dry of 15-20 minutes, then wash your face with Lukewarm water(Kunkuna).
  5. After washing it, Pat your face with Soft cotton Cloth. 
  6. Repeat it daily for next at least 15-20 days.
This Face mask is natural and without having any type of side effect on your skin. Fenugreek seeds are available in every Indian Kitchen. I promise that by using this Skin lightning, pimple and acne skin care mask, You will definitely get ClearSoft and naturally glowing skin in less than 3 weeks.
(Note - You can Try this mask as hair mask also. Fenugreek seed is equally beneficial for our hair.)
You can share your experience and ask questions with me in the comments.
Share it if you like it.

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