जन्माष्टमी 2024 - भक्ति विधियाँ
1. कृष्ण मंत्रों का जाप
कृष्ण मंत्रों का जाप करने से मन और आत्मा की शुद्धि होती है।
2. गायों को खाना खिलाना
गायों को खाना खिलाना एक पवित्र कार्य है, जो भगवान कृष्ण के प्रति प्रेम को दर्शाता है।
3. मध्यरात्रि अभिषेक
कृष्ण के जन्म के समय मध्यरात्रि अभिषेक करना एक पवित्र अनुष्ठान है।
4. कपड़े दान करना
जन्माष्टमी के दौरान जरूरतमंदों को कपड़े दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
5. केसर और चंदन का टीका
केसर और चंदन का टीका लगाना देवत्व को आमंत्रित करने का अनुष्ठान है।
6. सुबह मंदिर की यात्रा
दिन की शुरुआत मंदिर की यात्रा से करना भक्तों के बीच सामान्य प्रथा है।
7. विशेष प्रसाद की तैयारी
विशेष प्रसाद की तैयारी और भगवान कृष्ण को अर्पण करना उत्सव का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
8. फल और मिठाइयों की अर्पण
भगवान कृष्ण को फल और मिठाइयाँ अर्पित करना प्रेम और भक्ति का प्रतीक है।
9. दीप जलाना
दीप जलाना अंधकार और अज्ञानता को दूर करने का प्रतीक है।
10. शाम की आरती
दिन का समापन शाम की आरती के साथ, भगवान कृष्ण से आशीर्वाद की प्रार्थना करते हुए।
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